24.12.16

ज्यादा पसीना होना:कारण और उपचार:// Excess sweating treatment


   

गर्मियों के मौसम में पसीना आना स्वाभाविक है। और पसीना आना शरीर के लिए सेहतमंद भी है। लेकिन जिन लोगों को बहुत अधिक पसीना आता है उन्हें डीहाइड्रेशन या नमक की कमी जैसी दिक्कतें हो सकती है। जी हां बहुत ज्यादा पसीना आना वैसे तो कोई बीमारी नहीं, लेकिन कभी-कभी इसके पीछे स्वेट ग्लैंड में गड़बड़ी, स्ट्रेस, हार्मोनल बदलाव, मसालेदार डाइट, अधिक दवाएं, मौसम और मोटापे जैसे कारण हो सकते हैं। बहुत अधिक पसीना आने की स्थिति को हाइपरहाइड्रोसिस भी कहा जाता है।

हायपरहाइड्रोसिस से हमारी आबादी का दो से तीन प्रतिशत हिस्सा प्रभावित है
क्यों आता है पसीना
हमें पसीना इसलिए आता है ताकि हमारे शरीर का तापमान नियंत्रित रहे। क्योंकि हमारे शरीर का तापमान 98.6 डिग्री फैरनहाइट के आसपास ही रहना चाहिए। इसे नियंत्रण में रखने के लिए हमारे शरीर में कोई 25 लाख पसीने की ग्रंथियां हैं। ये ग्रंथियां एयर कंडीशनिंग का काम करती हैं। जब गर्मी बहुत बढ़ जाती है (चाहे वह बाहरी कारणों से हो या खान-पान की वजह से), तो शरीर को ठंडा करने के लिए इन ग्रंथियों से पसीने की बूंदें निकलना शुरू हो जाती हैं। जब पसीना हवा में सूखता है तो ठंडक पैदा होती है और हमारे शरीर का तापमान कम हो जाता है।
पसीना ज्यादा आने पर बचने के घरेलु उपाय-
*साफ-सफाई का ध्यान रखें
पसीना अधिक आने की समस्या होने पर साफ सफाई का खास खयाल रखें। इससे पसीने को रोकने में बहुत मदद मिलती है। इससे पर्सनल हाइजीन होती है और आपकी त्‍वचा भी संक्रमण और बीमारी से बचती है। जब भी कोई कपड़ा पहने तो उससे पहले अपने अंडरआर्म को सुखा लें। इससे कम पसीना आएगा। ठीक प्रकार से नहाएं और गर्मियों के मौसम में रोजाना दो बार नहाएं।

    *जैतून का तेल
    अन्य तेलों से ज्यादा गुणकारी होता है, यह पसीने को कम करता है। यह पाचन तंत्र को ठीक करता है जिससे शरीर सही काम करता है। इसमें एंटी-ओक्सीडेंट्स होते हैं जो कि पसीना पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नियंत्रित रखते हैं। इसलिए जैतून के तेल को अपने रोजाना के खाने में शामिल करें। साथ ही सब्जियों को भी जैतून के तेल में पकाए।
    .* विटामिन बी
    आपके शरीर में विटामिन बी और प्रोटीन का संतुलन सही हो तो शरीर सही कार्य करता है। विटामिन बी शरीर के लिए ईंधन की तरह काम करता है जिससे आवश्यक मेटाबोलिक क्रियाएँ और शरीर का नर्वस तंत्र ठीक तरह काम करता है। यदि बिना ज्यादा वर्कआउट के ही आपको पसीने ज्यादा आते है तो अपने आहार में विटामिन बी की चीजें शामिल करें। आप रोजाना इसकी एक टेबलेट भी ले सकते हैं। विटामिन बी की ज़रूरत को पूरा करने के लिए सब्जियाँ, प्रोटीन और अनाज ले।




    सब्जियाँ
    संतुलित आहार पसीने को नियंत्रित करने में कारगर हैं। सब्जियों में पानी और कैल्शियम होने के कारण यह पसीने जैसी शर्म की स्थिति को पैदा नहीं होने देती। सब्जियों के सेवन से ना केवल पसीना नियंत्रित होता है बल्कि ये आपको स्लिम रखती हैं, पाचन बढ़ता है और शरीर में नमी रहती है।
    *केले
    केले में पोटेशियम की अधिकता होती है। यह आपके शरीर को हाइड्रेट रखता है और पोटेशियम की कमी को पूरी करता है। केला आपके पाचन को ठीक रखता है, आपको खुश रखता है और अधिक पसीने को दूर रखता है।
    * ग्रीन टी
    ग्रीन टी वजन कम करने में मददगार है और साथ ही यह शरीर के नर्वस सिस्टम को शांत रखती है जिससे पसीना कम आता है। पसीने की परेशानी को दूर रखने के लिए वर्कआउट से पहले ग्रीन टी का सेवन करें।
    .*दही
    दही में कैल्शियम की अधिकता होती है और यह पसीने को कम करता है। यह आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है जिससे पसीना कम आता है। यदि आप दही नहीं लेते हैं तो ऐसे खादय पदार्थ ले सकते हैं जिनमें पोटेशियम और कैल्शियम की अधिकता होती है।
    डाइट का खयाल रखें-
    टमाटर का जूस लें। प्रतिदिन एक बार एक कप टमाटर का जूस लेने से अधिक पसीने आने की समस्या से राहत मिलती है। इसके अलावा ग्रीन टी पियें, इससे न सिर्फ आपकी सेहत बेहतर रहहती है बल्कि यह पसीने को नियंत्रित करने में भी मददगार साबित होती है। हां पानी अधिक से अधिक पिएं। ताकि पसीने की दुर्गंध से आपको छुटकारा मिल सके और शरीर भी हाइड्रेट रहे। ध्यार रहे कि स्ट्राबेरी, अंगूर और बादाम आदि में सिलिकॉन अधिक मात्रा में होता है जिससे पसीना अधिक बनता है। कोशिश करें कि डाइट में इन्हें कम ही लें।
    *पसीने के साथ शरीर के अंदर मौजूद बहुत सारी नुकसानदायक चीजें भी बाहर निकलती रहती हैं। इसलिए पसीना निकलना भी बहुत जरूरी है लेकिन परेशानी तब बढ़ जाती है जब ये बहुत ही ज्यादा मात्रा में निकलने लगता है।
    *रोजाना के कामकाज में पसीने के साथ डिहाइड्रेशन की भी शिकायत होने लगती है।हाथ, पैरों में बहुत ज्यादा पसीने की प्रॉब्लम हो रही हो, तो ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि ये प्राइमरी या फोकल हाइपरहाइड्रोसिस भी हो सकता है। इससे ज्यादातर लोग प्रभावित होते हैं। लेकिन उन्हें पता नहीं होता कि ये किसी प्रकार की कोई बीमारी है। कई बार ज्यादा दवाइयां खाने, किसी प्रकार के इलाज के कारण भी पसीने की समस्या शुरू हो जाती है जिसे सेकेंडरी हाइपरहाइड्रोसिस कहा जाता है। इसमें मौसम ठंडा रहने पर भी पसीना निकलता ही रहता है।




    हृदय संबंधी समस्या का संकेत-
    बिना किसी काम और एक्‍सरसाइज के सामान्‍य से अधिक पसीना आना हृदय की समस्याओं की पूर्व चेतावनी संकेत हो सकते हैं। दरअसल अवरुद्ध धमनियों के माध्यम से खून को दिल तक पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जिससे शरीर को अतिरिक्त तनाव में शरीर के तापमान को सामान्‍य बनाए रखने के लिए अधिक पसीना आता है। 
    *जिन लोगों को पसीना ज्यादा आता है उन लोगों को साफ सफाई का कुछ ज्यादा ही ध्यान रखना पड़ता है अगर आपको भी पसीना ज्यादा आता है तो आप अपने बदन की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें तभी आप अधिक पसीना आने की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं अगर हो सके तो गर्मियों के दिनों में आप कम से कम 2 बार जरूर नहाने और आपके नहाने का जो पानी है उसमें एक चुटकी बेकिंग सोडा डालकर भी ज्यादा पसीना आने की समस्या को कम कर सकते हैं.
    *पसीना ज्यादा आता है उन्हें दिन में एक बार रोजाना टमाटर का जूस पी लेना चाहिए ऐसा करने से भी आपके शरीर में पसीना आना कम हो जाता है.
    *उसके अलावा एक उपाय और है जिन लोगों को बहुत अधिक पसीना आता है उन्हें चाय या कॉफी छोड़ देनी चाहिए और उसकी जगह ग्रीन टी का इस्तेमाल कीजिए ग्रीन टी पीने से पसीने आने की शिकायत ना के बराबर ही हो जाती है.
    *जिनको ज्यादा पसीना आता है उन्हें पानी ज्यादा पीना चाहिए क्योंकि पसीना ज्यादा आएगा तो आपके शरीर में दुर्गंध भी ज्यादा होगी और अगर आप ज्यादा पानी पिएंगे तो यह दुर्गंध कम हो जाएगी.
    *जिन लोगों को ज्यादा पसीना आता है उन लोगों को स्ट्रोबेरी, बादाम या अंगूर जैसी चीजें नहीं खाने चाहिए क्योंकि स्ट्रॉबेरी, अंगूर और बादाम में सिलिकॉन अधिक मात्रा में होता है जोकि पसीना ज्यादा आने में सहायक होता है अगर आप यह बंद कर देंगे तो भी आप का पसीना आना कम हो सकता है.
    *जिन व्यक्तियों या महिलाओं को पसीना ज्यादा आने की शिकायत हो ऐसे लोगों को फंगल इंफेक्शन होने की संभावना अधिक बनी रहती है। आप इस दिक्कत से इस तरह बच सकते हैं, अपने बॉडी की सफाई पर विशेष ध्यान देना और जितना सम्भव हो आप सिर्फ सूती कपडे ही पहने क्योंकि रेशमी या सिंथेटिक कपडे आपका पसीना नहीं सोख पाते हैं और इस वजह से आपको फंगल स्किन या चार्म रोग होने की संभावना और ज़्यादा बढ़ जाती हैं
    *पसीना जिनको ज्यादा आता हूं उनको कुछ तेज पत्ते लाकर मैं पानी में बहुत अच्छी तरह से उबाल लेना चाहिए और अच्छे से उबाल आ जाने पर इस पानी को ठंडा होने के बाद यह पानी उन जगहों पर लगाएं जिस जगह से ज्यादा पसीना आता है. जैसे बगलों में, पढ़ पर, या रान पर.
    *शरीर में जिन हिस्सों में ज्यादा पसीना आता है उन्हें कच्चे आलू की स्लाइस को काटकर उन हिस्सों पर मलें ऐसा करने पर आप को पसीना आना कम हो जाएगा.
    * शर्ट के बगल वाले हिस्से को पसीने के निशान से बचाने के लिए स्वेट पैड्स का इस्तेमाल करना चाहिए।






    * डियो, स्प्रे के बजाय रोलॉन या टेलकम पाउडर का इस्तेमाल ज्यादा अच्छा रहता है, लेकिन इसके ज्यादा प्रयोग करने से बचें क्योंकि ये स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
    *पसीने की अधिकता से सिर की त्वचा में दाने निकल आते हैं जिसे दूर करने के लिए माइल्ड शैंपू बहुत ही कारगर होता है।
    * हमेशा खुश रहने की कोशिश करें, क्योंकि कई बार ज्यादा पसीना निकलने का कारण तनाव और गुस्सा भी होता है।
    * एंटी-बैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करें। जितनी बार नहाएं उतनी बार इसका प्रयोग करें। नहाने के पानी में यूडी कोलन की कुछ बूंदें डालना भी फायदेमंद होता है।
    *पसीने की वजह से पैरों में फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। इससे बचने के लिए उंगलियों के बीच एंटी फंगल पाउडर छिड़कने के बाद ही मोजे और जूते पहनें।
    * इस मौसम में कुछ लोग मोजे पहनना छोड़ देते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं, इससे पैरों में एलर्जी हो सकती है।
    * तलवों से अधिक पसीना निकलता हो तो इससे बचने के लिए नहाने से पहले, पानी से भरे टब में दो चम्मच फिटकरी पाउडर डालकर उसमें दो मिनट तक पैरों को डुबोकर रखना चाहिए।
    *गर्मी के मौसम में बगल से सबसे ज्यादा पसीने की प्रॉब्लम होती है। तो बाहर निकलने से पहले कुछ मिनटों तक शरीर के इस हिस्से पर बर्फ रखना फायदेमंद होता है। इससे ज्यादा पसीना नहीं निकलता।







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